भोपाल/जयपुर. विधानसभा चुनावों में प्रमुख पार्टियों ने एक बार फिर महिलाओं को टिकट देने में कंजूसी दिखाई है। मध्यप्रदेश में भाजपा और कांग्रेस ने 230 में से 53 यानी 23% सीटों पर महिलाओं को टिकट दिया है। राजस्थान में भाजपा और कांग्रेस ने महज 49 यानी 24% सीटों पर महिलाओं को मैदान में उतारा। मध्यप्रदेश में 28 नवंबर को और राजस्थान 7 दिसंबर को मतदान होगा। दोनों राज्यों में परिणाम 11 दिसंबर को आएंगे।
मध्यप्रदेश में भाजपा ने 25 यानी करीब 11% और कांग्रेस ने 28 यानी 12% महिलाओं को उम्मीदवार बनाया है। दोनों दलों ने महिला विंग की प्रमुखों को भी जिताऊ नहीं माना। राज्य में इस बार कुल 385 महिलाएं चुनाव मैदान में हैं। 2013 में भाजपा ने 28 महिलाओं को टिकट दिया था। इनमें से 22 यानी 78% विधायक बनीं। कांग्रेस ने 23 को टिकट दिया और छह यानी 26% जीतीं।
राजस्थान में भाजपा ने 23 और कांग्रेस ने 26 महिलाओं को टिकट दिया है। इस लिहाज से भाजपा ने 200 सीटों में से 11.5% और कांग्रेस ने 13.5% महिला प्रत्याशी ही उतारे। 2013 विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 26 महिलाओं को टिकट दिया, 22 यानी 86% जीतीं। कांग्रेस ने 24 महिलाओं को टिकट दिया, एक यानी 4% जीती थीं।
मध्यप्रदेश : शिवराज की 5 महिला मंत्रियों में से दो का टिकट कटा
शिवराज सरकार में 5 महिला मंत्री रहीं। इनमें से दो मंत्रियों माया सिंह और कुसुम महदेले को इस बार टिकट नहीं मिला है। भोपाल की गोविंदपुरा सीट से पूर्व सीएम बाबूलाल गौर की बहू कृष्णा, इंदौर-4 से मालिनी गौड़, भोपाल उत्तरी से मुस्लिम उम्मीदवार फातिमा, महू से उषा ठाकुर, बुरहानपुर से मंत्री अर्चना चिटनिस, शिवपुरी से मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया प्रमुख चेहरा हैं।
कमलनाथ के बयान को भाजपा ने चुनावी मुद्दा बनाया
महिलाओं को टिकट देने को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ विवादित बयान भी दे चुके हैं। हाल ही में उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा था कि कांग्रेस में महिलाओं को टिकट कोटा और सजावट के आधार पर नहीं दिए हैं। उनके इस बयान को भाजपा ने चुनावी मुद्दा भी बना दिया। भाजपा का कहना है कि कांग्रेस महिलाओं को सजावट के सामान के तौर पर देखती है।
राजस्थान : राजपरिवारों से पुरुषों से ज्यादा महिलाएं चुनावी मैदान में
राजस्थान के हर चुनाव में राजपरिवारों का दबदबा रहता है। इस बार भी राजपरिवार की महिलाओं को पुरुषों से ज्यादा टिकट मिले है। भाजपा की ओर से दो पूर्वमहारानी सीएम वसुंधरा राजे, कल्पना देवी और दो पूर्व राजकुमारी सिद्धि कुमारी, कृष्णेंद्र कौर दीपा कुमारी मैदान में हैं। कांग्रेस की ओर से एक पूर्व महाराजा विश्वेंद्र सिंह मैदान में हैं। 2013 में राजपरिवार की 5 महिलाएं चुनाव जीती थीं।
कांग्रेस ने 3 मुस्लिम महिलाओं को टिकट दिया
कांग्रेस की कुछ प्रमुख महिला उम्मीदवारों में उदयपुर से गिरिजा व्यास, कामां से जाहिदा खान, मालवीय नगर से अर्चना शर्मा, सादुलपुर से कृष्णा पूनिया, ओसियां से दिव्या मदेरणा हैं। भाजपा की प्रमुख चेहरों में कोलायत से पूनम कंवर, सपोटरा से गोलमा देवी, अजमेर दक्षिण से अनिता भदेल, राजसमंद से किरण व्यास शामिल हैं। कांग्रेस ने तीन मुस्लिम महिलाओं को टिकट दिया है।
तेलंगाना: टीआरएस ने 4, भाजपा-कांग्रेस ने 11-11 महिला प्रत्याशी उतारे
तेलंगाना में भी राजनीतिक दलों ने महिलाओं को टिकट देने में दरियादिली नहीं दिखाई है। राज्य में विधानसभा की 119 सीटे हैं। सभी प्रमुख दलों ने इन सीटों पर महज 40 महिलाओं को ही टिकट दिया है। सत्तारूढ़ दल तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) ने सिर्फ 4 महिलाओं को टिकट दिया है। जबकि कांग्रेस और भाजपा ने 11-11 सीटों पर महिला उम्मीदवार उतारे हैं। बहुजन लेफ्ट फ्रंट ने राज्य में 11 सीटें महिलाओं को दी हैं। वहीं टीडीपी ने एक सीट पर महिला को टिकट दिया है।
सबसे अमीर प्रत्याशी: कामिनी जिंदल, संपत्ति पांच साल में 93 करोड़ बढ़ी, 287 करोड़ की मालकिन
राजस्थान में पिछले चुनाव में सबसे अमीर प्रत्याशी रही कामिनी जिंदल की संपत्ति पांच साल में करीब 93 करोड़ रुपए बढ़ गई। वह इस बार भी श्रीगंगानगर सीट से लड़ रही हैं। अब उनकी कुल संपत्ति 287 करोड़ 46 लाख 45 हजार रुपए है। वह जमींदारा राष्ट्रीय पार्टी की प्रत्याशी हैं।
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